साईं बाबा प्रश्नावली ऐप का इस्तेमाल करके साईं बाबा के भक्त उनकी शक्ति को महसूस कर सकते हैं और उनसे आशीर्वाद और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। ये सरल ऐप आज की व्यस्त जिंदगी में साई बाबा से अपने मुश्किल से मुश्किल सवालों के जवाब पाने का सबसे आसान तरीका है। ये ऐप द्वारकामई में साईं बाबा के दिए गए जवाबों के एक संग्रह पे आधारित है। इस संग्रह को सबसे पहले साईं बाबा के भक्त श्री माधव लेले ने बीसवीं सदी में एक किताब के रूप में लिखा था। श्री लेले साई बाब के बहुत समर्पित भक्त थे और साइनाथ की पूजा की वजह से उन्होंने साईं बाबा की काफी सारे चमत्कारों को देखा था और महसूस किया था।
ये ऐप बहुत ही सरल तरीके से काम करता है। साईं बाबा का जवाब पाने के लिए आपको सबसे पहले आंखें बंद करके साईं बाबा पर ध्यान करना होगा। जब आपका मन शांत हो जाए तब आप अपने मन की आंखों में साईं बाबा की छवि को देख कर उनसे अपना मन चाहा सवाल पूछ सकते हैं। ये सवाल पूछते हुए आपको साईं बाबा से जवाब के रूप में 1-720 के बीच एक संख्या का निवेदन करना है। इसके बाद आप अपनी आँखें खोलके 1-720 के बीच जिस भी संख्या का आपको अपने मन में सबसे पहले आभास होता है, उस संख्या को इस ऐप में डाल दें। उस संख्या से सम्बंधित जो समाधान होगा वो तुरंत ही आपको अपने मोबाइल पर दिख जाएगा। ये समाधान ही साईं बाबा का आपके प्रश्न का जवाब है। ये प्रक्रिया कैसे और क्यों काम करती है इसका इतिहास आप नीचे पढ़ सकते हैं।
जब साईं बाबा अपने शारीरिक काया में शिरडी में उपस्थित थे, तब उनके भक्त अक्सर अपने सवालों और मुश्किलों का समाधान ढूंढ़ते हुए उनके दर्शन करने जाते थे।
साईं बाबा अक्सर उनके सवालों का अप्रत्यक्ष रूप से जवाब देते थे। वास्तव में, साईं बाबा के दिए हुए समाधान पूछे गए सवाल से बिलकुल ही जुड़े हुए नहीं होते थे। वो अपने भक्तों को कभी गरीबों को दान करने कहते और कभी भूखे जानवरों को चारा देने कहते थे। कभी वो भक्तों को किसी मंदिर के दर्शन करने कहते थे और कभी कोई धार्मिक किताब पढ़ने की सलाह देते थे। क्यूंकि उनका जवाब पूछे गए सवाल से बिलकुल ही अलग होता था, भक्तों को शुरू में बहुत संदेह होता था। मगर फिर भी भक्त साईं बाबा पर किसी तरह भरोसा रखते हुए उनके दिए गए निर्देश का पालन करते थे और उन्हें बाद में ये एहसास होता था कि कोई तो रहस्यमय रूप से उनकी सारी समस्याएं दूर हो जाती थीं। कभी कोई अजनबी उनकी मदद कर देता था और कभी कोई रहस्यमय घटना की वजह से उनका काम पूरा हो जाता था।
इन जादुई घटनाओं के कारण साईं बाबा का नाम दुनिया के हर कोने में फ़ैल गया था। द्वारकामई में साईं बाबा के दिए गए इन जवाबों की शक्ति 1918 में उनके मृत्यु के पश्चात आज तक उनके भक्तों को मार्गदर्शन प्रदान कर रही है।
जब श्री माधव लेले ने साईं बाबा के इन जवाबों के संग्रह को एक किताब के रूप में प्रसिद्धः किया तब साईं बाबा के हजआरों भक्तों ने ये घोषित किया की इस किताब के ज़रिये साईं बाबा उनके मुश्किल से मुश्किल समस्याओं को नष्ट कर रहे थे। ये साई बाबा प्रशनावली ऐप साई बाबा के इन चमत्कारी शक्तियों को उनके भक्तों तक पहुंचाने का एक प्रयास है।